उत्तर प्रदेश के कानपुर में योगी सरकार हर साल गरीब परिवार की बेटियों या विधवा महिलाओं के लिए सामूहिक विवाह का आयोजन करवाती है. शादी का सारा खर्च सरकार ही उठाती है. साथ ही दुल्हनों को उपहार स्वरूप हजारों रुपये भी दिए जाते हैं. इस बार यह तारीख 9 जुलाई से 15 जुलाई तक की है. लेकिन इस बार अधिकारियों को दूल्हा-दुल्हन ही नहीं मिल रहे. ऐसे में सामूहिक विवाह कैसे करवाया जाए, इसे लेकर अधिकारी परेशान हैं.
सामूहिक विवाह में एक बेटी की शादी पर सरकार 51 हजार रुपये खर्च करती है. 35 हजार रुपये नकद बैंक खाते में भुगतान किया जाता है. दस हजार रुपये के उपहार दुल्हन को दिए जाते हैं. शेष छह हजार रुपये शादी के इंतजाम पर खर्च होते हैं. इसके अलावा नवविवाहित जोड़ों को गिफ्ट भी दिया जाता है. समाज कल्याण विभाग निदेशालय ने कानपुर नगर को 1918 जोड़ों की शादी कराने का लक्ष्य दिया है. इसी के साथ प्रदेश में शुभ मुहूर्त भी दिया है.
समाज कल्याण विभाग के शासनादेश के मुताबिक, हर जिले में जुलाई में शादियां संपन्न कराई जानी है. इसके लिए 9, 11, 12, 13, 14 और 15 की तारीख भी बताई है. इसके बाद नवंबर, दिसंबर में शादियां होनी हैं. अगले साल जनवरी, फरवरी और मार्च में शादियों की भी तारीख मुहूर्त के हिसाब से सुझाई गई है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्राथमिक वाली सामूहिक विवाह योजना के मुहूर्त जारी करते वक्त अधिकारी समय का ध्यान रखना भूल गए. 27 जून को आदेश जारी किया. 9 जुलाई को शादी की डेट दे दी.
50 से भी कम आवेदन आए
सामूहिक विवाह के लिए ऑनलाइन 50 से भी कम आवेदन आए हैं. इतने के कम आवेदन से शादी कराना विभाग उचित नहीं मान रहा है. संभव भी नहीं है कि सभी आवेदन का सत्यापन करा लिया जाए. उपहार का सामान खरीदने के लिए टेंडर भी हो जाए. लिहाजा, विभाग नवंबर से शुरू हो रहे मुहूर्त में शादियां कराने की तैयारी कर रहा है.
300 आवेदन पेंडिंग पड़े हैं
सामूहिक विवाह का लक्ष्य बीते वित्तीय वर्ष में जिले में पूरा नहीं हो सका था. हैरानी की बात यह रही कि 300 आवेदन पेंडिंग हैं. अधिकारी लंबित पड़े आवेदनों पर विचार कर रहे हैं. सत्यापन के बाद पात्र आवेदकों की शादी करवाई जाएगी. समाज कल्याण अधिकारी जिला समाज कल्याण अधिकारी ने कहा कि सामूहिक विवाह की तारीख बहुत करीब है. जुलाई में शादियां करवा पाना संभव नहीं है. नवंबर से शादियां करवाने की तैयारी की जा रही है. ज्यादा से ज्यादा आवेदन आए और उनका समय पर सत्यापन हो सके, इस पर काम किया जाएगा.